लक्ष्मीपुर
-------------
गृह आधारित नवजात शिशुओं के देखभाल के लिए तीन विकास खंडो में लक्ष्मीपुर, नौतनवां व फरेन्दा मे कार्यरत आशाओं का पांचवे चरण के दूसरे दिन शनिवार को प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण पहलुओं को बताया गया। प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए सीएचसी लक्ष्मीपुर के अधीक्षक डा० दिवाकर राय ने कहा कि नवजात के देखभाल, मां का दूध अमृत समान है। नवजात शिशु के देखभाल में माताओं को भूमिका प्रमुख होती है। अपने नौनिहालों के समय से टीकाकरण कराना भी सुनिश्चित करे। आशा गांवों मे प्रतिदिन जाकर स्वास्थ संवत जानकारियों को साझा करे। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनरों ने आशा से महत्वपूर्ण बातों को साक्षा किया। घरेलू हिंसा पर विशेष बल देने की बात कही। घरेलू हिंसा चार तरीके से होती है जिसमें शारिरिक हिंसा, भवनात्मक हिंसा, लैंगिक व आर्थिक हिंसा की श्रेणी में आता है। इसके बचाव आदि पर भी विस्तृत चर्चाएं की गयी। एक बैच में कुल 30 आशा प्रशिक्षण ले रही है। अबतक लगभग 300 आशाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी है। इस दौरान स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अंजनी, मास्टर ट्रेनर ओमप्रकाश, वेद प्रकाश श्रीवास्तव सहित पांच दर्जन आशा मौजूद रही।
Comments
Post a Comment