बृजमनगंज से ममता जायसवाल की रिपोर्ट
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कोल्हुई मार्ग पर जाने वाले यात्रीओं को प्राइवेट डग्गामार वाहनो पर निर्भर रहना पड़ता है।इस रोड़ पर केवल एक रोडवेज बस ही चलती है।जो सुबह जाती है शाम को वापस लौट आती है। गोरखपुर - गोंडा रेल खंड पर ब्राड गेज के ट्रेनों के संचालन के बाद से बृजमनगंज रेलवे स्टेशन से होकर ज्यादातर ट्रेनों का संचालन हो रहा है । पैसेंजर के रूप में सुबह व शाम को यात्री नेपाल जाने के लिए वाया बृजमनगंज से कोल्हुई,नौतनवा व सोनौली की यात्रा करते है। जिससे इस रास्ते जाने पर कम दूरी तय करनी पड़ती है।कम समय लगने की सुविधा को देखते हुए लोग इसी रास्ते से नेपाल जाते है।रोडवेज बसों की समुचित संख्या में न चलने से मजबूरन लोगों को अपने गन्तव्य तक पहुंचने के लिए इस रूट पर चलने वाले खटारा टैक्सियों की शरण लेनी पड़ती है। जहां वाहनों में लोगों को भूसे की तरह भरने के बाद ही चालक गाड़ी को आगे बढ़ाते हैं। वहीं 18 किलोमीटर के सफर के लिए लोगों को 35 रूपये या उससे अधिक बर्बाद करना पडता है। इतना ही नहीं किराये के लिए भी वाहन चालकों व यात्रियों में आए दिन कहासुनी होती रहती है। मजबूरी में लोग डग्गामार वाहन में चालकों को मनमाना किराया देकर सफर करने को विवश हैं। क्षेत्र के लोगों को रोडवेज की सुविधा न मिल पाने से लोग प्राईवेट व डग्गामार वाहनों की शरण लेने के लिए मजबूर हैं । क्षेत्र के अधिकांश लोगों ने अतिरिक्त रोडवेज बसों को चलाने की मांग उच्चाधिकारियों से की हैं।
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