महराजगंज से श्रीनरायन गुप्ता
बीते दिनों लक्ष्मीपुर रेंज के अचलगढ़ बीट की जांच करने आए डीएफओ के जांच की सोशल मीडिया पर वायरल खबर व वीडियों में कटान के दर्जनों मुकदमों में संलिप्त लोगों की अगुवाई में जांच प्रक्रिया देख ऐसा लग रहा है कि डीएफओ साहब उन तथाकथित वन तस्करों पर मेहरबान बने हुए हैं। बात जो भी हो, लेकिन वन विभाग व तस्करों के सह मात के इस खेल में ग्रामीण हलकान हो रहे हैं। लिहाजा आस पास के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को शव दाह के लिए भी लकड़ी की किल्लत होने लगी है। यह कहना है वार्ड नंबर 19 से जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी रहे राजेन्द्र चौधरी का।
उन्होंने बताया कि लक्ष्मीपुर रेंज के जंगल के सताशी घाट व चंदीपुर घाट पर आसपास के दर्जनों गांवों का शव दाह होता है। जहां वर्षो पूर्व से शव दाह के लिए स्थानीय जंगल से लकड़ी का व्यवस्था होता चला आ रहा है। लेकिन कुछ तथाकथित वन तस्करों व वन विभाग के सह मात के खेल के चलते अब शव दाह के लिए लकड़ी की व्यवस्था करने में आस पास के ग्रामीणों को हलकान होना पड़ रहा है। लिहाजा वनाधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए कि मानवता के इस कार्य के लिए लोगों लकड़ी की दिक्कत न हो। वहीं जंगल के अवैध कटान की निष्पक्ष जांच कर उसमें संलिप्त तथाकथित वन कर्मीं व स्वयं ही कटान के गवाह बनने वाले वन तस्करों के विरूद्ध कार्रवाई भी होनी चाहिए। ताकि वन कर्मियों को जहां वन तस्करों पर कार्रवाई की खुली छूट मिल सके, वहीं आस पास के गांवों के ग्रामीण हलकान होने से बच सकें।
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