शार्पदृष्टि समाचार
कोल्हुई से विनोद कुमार द्विवेदी की रिपोर्ट
उपनगर कोल्हुई बाजार स्थिति दुर्गा मन्दिर परिसर में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम चल रहा था जिसमें स्थानिय लोगों नें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और शस्त्र पूजन किये जो सकुशल सम्पन्न हो गया हमारे सनातन धर्म में शस्त्र पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। जो रामनवमी/दशहरा के दिन मनाया जाता है।
समाजसेवी व पूर्व ग्राम प्रधान पण्डित अनिल मिश्रा ने बताया कि विजया दशमी से दो पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई मिलती हैं। पहली मान्यता है कि इस दिन आदिशक्ति नें दैत्य महिषासुर का वध कर देवलोक को उसके अत्याचार से मुक्त किया था। आदिशक्ति और दैत्य महिषासुर के बीच कई दिनों तक घोर युद्ध चला था। वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने विजयादशमी के दिन लंकाधिपति रावण का बध कर लंका पर विजय प्राप्त किया था और इसी दिन मां सीता को रावण के त्रास से मुक्ति मिली थी । इसलिए हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हर्षोंल्लास के साथ दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है।और रावण के पुतले दहन किये जाते हैं।
इस दौरान उमाकान्त मिश्रा, क्षेत्र पंचायत सदस्य राममिलन जायसवाल,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय उपाध्याय, बैतुल्लाह उर्फ चुन्ना खा,कृष्ण शंकर सिंह ,दीनदयाल चौबे,अजय चौबे ,बंटी उपाध्याय,शिवम सिंह,शौर्य प्रताप सिंह , आयूष चौबे,राजवीर सिंह , श्रीराम जायसवाल, वेद प्रकाश चतुर्वेदी,मनीष यादव ,राकेश,शौरभ जायसवाल सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। ।
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