सचिव के मुंशी ने समाधान दिवस में दिए शिकायत पत्र का मुम्बई में व्यक्ति को गवाह बना निस्तारण कर ग्राम बेलवा बुजुर्ग का मामला
लक्ष्मीपुर से श्रीनरायन गुप्ता
योगी सरकार भले ही आवास योजना चला रही हो लेकिन आज भी कई गरीब ऐसे हैं जिन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला पा रहा है। कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन आज भी ये गरीब परिवार जीर्णशीर्ण मकान में रहने को मजबूर हैं। आवास की आस में तहसील दिवस पहुँचकर शिकायत पत्र तो दिया लेकिन लक्ष्मीपुर ब्लाक में शिकायत की जांच सचिवों द्वारा रखे गए मुंशी ब्लाक से ही निस्तारण कर देते है।
मामला लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत बेलवा बुजुर्ग का है ग्राम निवासिनी गीता पत्नी रोनिल का नाम मुख्यमंत्री आवास सूची में था लेकिन गवई राजनीति के चलते गीता को अपात्र कर दिया गया। गीता ने तहसील पहुँचकर समाधान दिवस में शिकायती पत्र दिया जिसका जांच करने के लिए ग्राम सचिव गुड्डू प्रसाद को मिल गया।गुड्डू प्रसाद ने शिकायत पत्र को अपने प्राइवेट मुंशी को दे दिए जिसने पक्का मकान दिख बकायदा शिकायत पत्र का निस्तारण कर दिया। चौकाने वाली बात है कि निस्तारण रिपोर्ट में जिस प्रहलाद नामक व्यक्ति का नाम गवाह में डाले है वह चार माह से मुंबई में है।एक कमरे का जीर्णशीर्ण मकान जिसकी छते व दीवाल फटी है गीता उसी मकान में अपने पति व दो बच्चों के साथ वह परिवार बरसात के मौसम के दिनों में तो ये परिवार भीगता रहता है। ये गरीब परिवार पिछले कई वर्षों से गांव में उसी मकान में रहने को मजबूर है।आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण परिवार बदहाली की कगार पर है। इस सम्बंध में बीडीओ अमित मिश्रा ने कहा कि शिकायत पत्रों का निस्तारण प्राइवेट मुंशी से करना गलत है। जाँच कर कार्रवाई किया जाएगा।
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