लक्ष्मीपुर। से श्रीनारायन गुप्ता
हर गरीब माता पिता के उपर कन्या की शादी समय से हो जाए तो मानो भगवान मिल गया।लेकिन किसी व्यक्ति के कारण शादी टूटती है।तो समाज में उसको अलग नजरिए से देखा जाता है।ऐसे में लक्ष्मीपुर ब्लाककर्मीयों के लापरवाही को क्या संज्ञा दिया जाए।इससे यह जाहिर होता है कि यहा सरकार के कल्याणकारी योजनाओ का केवल माखौल उड़ाया जा रहा है।यह तो जिम्मेदार अधिकारियो को ही तय करना है।लापरवाह कर्मी को क्या सजा दिए जाए।
रविवार को लक्ष्मीपुर ब्लाक परिसर में सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से 91 जरूरतमंद कन्याओ की शादी हुई।वही सिंहपुर थरौली निवासी शादी की अरमान पाले जब वर-वधू ब्लाक परिसर में पहुंचे तो ब्लाक के एक दारूबाज सचिव के कारनामों ने वर बधू के अरमानो पर पानी फेर दिया।जहा दोनो पक्ष निराश हो कर लौट गया।जिसके कारण परिजन सदमे में चले गए।अब उनको केवल यही बात खाए जा रही है कि शादी हो पाएगी या नही कही बर पक्ष बुरा मान गया तो क्या होगा।इस लापरवाही पर खंड विकास अधिकारी अमित मिश्र ने सफाई दिया कि उस ग्राम के संवन्धित सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।लेकिन क्या कारनामे के लिए इतना काफी है एक माह पहले भी इसी तरह से बड़हरा विश्महरपुर में भी बिना शादी किए एक परिवार लौट गया था।क्यो लक्ष्मीपुर मे ही हर बार कारनामा होता है।क्या यहा जिम्मेदारों में इच्छा शक्ति की कमी है।या इनके आदेशो पर इनके कर्मचारी महत्व नही देतेअब देखना है कि ऐसे क्या कार्रवाई होती है आने वाला समय बताता है।
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