गोरखपुर से श्रीनरायन गुप्ता
थाना क्षेत्र के गौरखास के बाढ़ा बुजुर्ग निवासी दीपक पांडेय की मौत के प्रकरण में बृहस्पतिवार को मृतक के भाई चंद्रप्रकाश पांडेय के तहरीर पर थानाध्यक्ष गोला समेत कुल 22 लोगों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्षेत्राधिकारी को दिए तहरीर में उन्होंने लिखा है कि 20 मार्च को शाम 5 बजे के लगभग गांव के आर्यध पुत्र भोला, गुलशन पुत्र छंगेलाल अपने टोले के लगभग पंद्रह लोगों के साथ आकर गाली देते हुए आरोप लगाए कि हमारी भतीजी के साथ तुम्हारे भाई विनय कुमार पांडेय उर्फ दीपक पांडेय ने अभद्रता किया है।जिसपर मैने माफी भी मांगी। कुछ देर बाद 112 नंबर की गाड़ी से पुलिस बल आ गई उसके बाद लगभग छः बजे एसएचओ साहब भी आ गए, वे सभी लोग हमारे भाई विनय पांडेय को पकड़ने के लिए पूरे घर की तलाशी लेने लगे। लगभग साढ़े सात बजे मेरा भाई घर आया तो पुलिस उसे पकड़ कर अपने गाडी से थाने ले आई। रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ गई, कुछ देर बाद हम लोग भी थाने आए और अपने भाई से मिले मैने देखा कि ओ जमीन पर लेटकर तडपडा रहा है फिर मैने पुलिस से कहा कि मेरे भाई कि तबियत खराब हो गई है मेरे कहने के बावजूद उसे डाक्टर को नहीं दिखाया गया और हम सबको थाने से बाहर भगा दिया गया,जबकि मेरा भाई दर्द से तड़प रहा था। लगभग एक घंटे तक थाने पर बैठाकर उपरोक्त आर्यन पुत्र भोला, कन्हैया पुत्र अज्ञात,रामचंद्र पुत्र रामनवल हमारे विरुद्ध तहरीर लिखवा रहे थे। इस दौरान जब हम अपने भाई से मिलने पहुंचे तो उसे एक कमरे में बंद पाया,पास जाकर देखा तो वो मर चूका था। एसएचओ को बताया तो उन्होंने तत्काल अपनी गाड़ी से उसे अस्पताल ले चलने को कहा। जब हम उसे लेकर अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाक्टर ने बताया कि वो मर चूका है। उसके बाद से एसएचओ फरार हो गए। इस मामले में एसएचओ, चौकी प्रभारी चीनीमिल, ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ, आर्यन पुत्र भोला निवासी बाढ़ा बुजुर्ग गोला, गुलशन पुत्र छंगेलाल निवासी बाढ़ा बुजुर्ग गोला, कन्हैया पुत्र अज्ञात निवासी बेवरी गोला, रामचंद्र पुत्र रामनवल निवासी गोला व पंद्रह अज्ञात निवासी बाढ़ा बुजुर्ग के विरुद्ध आईपीसी की धारा 302,504,147 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जांच की जा रही है।इस संबंध में उपजिलाधिकारी केसरीनंदन तिवारी ने बताया कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है,जो भी दोषी होगा कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
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