लक्ष्मीपुर से श्रीनरायन गुप्ता
लक्ष्मीपुर नौतनवा तहसील क्षेत्र मे भोजपुरी रामायण में अनुवाद करने वाले महेशपुर मेहदिया निवासी परमात्मा मणि पतंग इस दुनिया में नही रहे।इस खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
92 वर्षीय परमात्म मणि पतंग ने अपने जीवन का सफर शिक्षक के साथ साथ कबि के रूप में शुरू किया था।उनके पत्नी के असमय मृत्यु ने उन्हे आधुनिक तुल्सीदास बना दिया।जिन्होने रामायण,वेद,रामरमईया,सजनी,मत चूको चौहान,पतंग गोरखपुरी,दसमेश,आराधना गीत,भारत और भारती पतंग सतसई,गीता पतंग,सत्यम शिवम सुन्दरम,शिवताण्डव को भोजपुरी भाषा में रचना किया है।श्री पतंग कुछ दिनो से विमार चल रहे थे।जो बुधवार की देर रात्रि दुनिया छोड़कर चले गए।जहां पूर्व विधान परिषद सभापति गणेश शंकर पाण्डेय,नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी,पूर्व विधायक अमनमणि त्रिपाठी,कुंवर कौशल किशोर सिंह,हरिकेश पाठक,सीपी मिश्र,संजिव राय,डा ओमप्रकाश चौधरी,दयानंद सिंह सहित अनेक लोगो ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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